EMERGENCY आखिर क्यूँ माना जाता है इसे भारत के इतिहास का काला अध्याय? क्या है इमरजेंसी के पीछे की सत्यता? जानने के लिए देखिए यह फ़िल्म

‘इमरजेंसी’ (Emergency) एक बहुचर्चित और बहुप्रतीक्षित हिंदी फिल्म है जो भारतीय राजनीति के सबसे विवादित और संवेदनशील दौर पर आधारित है। यह फिल्म भारत में 1975-1977 के दौरान लागू की गई इमरजेंसी पर केंद्रित है, जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने घोषित किया था।

यह समय भारत के इतिहास का एक काला अध्याय माना जाता है, जब नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था और मीडिया पर सेंसरशिप लागू की गई थी। फिल्म का निर्देशन कंगना रनौत ने किया है, जो खुद इस फिल्म में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं।

कहानी की पृष्ठभूमि

वो काला दिन जब हम दोबारा गुलाम बने

EMERGENCY 1975 में जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया, तो सत्ता में बने रहने के लिए इंदिरा गांधी ने देशभर में इमरजेंसी लागू कर दी। इसके परिणामस्वरूप लाखों लोगों की स्वतंत्रता छीनी गई, कई राजनीतिक नेताओं को जेल में डाल दिया गया, और प्रेस की आजादी को समाप्त कर दिया गया। इस दौर में भारत में बड़े पैमाने पर अराजकता और दमन का माहौल बना रहा।

फिल्म EMERGENCY की कहानी इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को चित्रित करती है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक सशक्त नेता ने अपने सत्ता को बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाए, और देश को अंधकारमय समय में धकेल दिया। फिल्म में इंदिरा गांधी की राजनैतिक चालों, उनके संघर्षों और उनके फैसलों को बारीकी से दर्शाया गया है।

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कंगना रनौत का निर्देशन

‘इमरजेंसी’ EMERGENCY फिल्म के साथ कंगना रनौत ने निर्देशन की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने न केवल इस फिल्म का निर्देशन किया है बल्कि इसके निर्माण और लेखन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंगना ने इंदिरा गांधी के किरदार को बखूबी निभाया है। उनका अभिनय, संवाद अदायगी और शारीरिक भाषा ने इस किरदार में जान डाल दी है। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व की जटिलताओं को उभारा है – एक तरफ उनका सशक्त नेतृत्व और दूसरी तरफ उनके विवादास्पद फैसले।

EMERGENCY TRAILER 2024

सहायक कलाकार और भूमिकाएं EMERGENCY MOVIE CAST

इंदिरा गांधी के रूप में कंगना रनौत

अनुपम खेर जय प्रकाश नारायण के किरदार मे

श्रेयस तलपड़े अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में

अशोक छाबड़ा मोरारजी देसर के रूप में

महिमा चौधरी पुपाल जायकर के रूप मे जो इंदिरा गांधी की सेक्रेटरी थी

मिलिंद सोमन फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के रूप में

विषक नायर संजय गांधी के रूप मे

सतीश कौशिक जगजीवन के किरदार मे

फिल्म में कई महत्वपूर्ण पात्र हैं जो इस कहानी को और भी रोचक बनाते हैं। अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी और मिलिंद सोमन जैसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं ने प्रमुख राजनीतिक नेताओं की भूमिकाएं निभाई हैं। अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण के किरदार में दिखेंगे, जबकि श्रेयस तलपड़े ने अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाया है। इन किरदारों के माध्यम से, फिल्म उन राजनेताओं के संघर्ष और विरोध को भी चित्रित करती है जिन्होंने इमरजेंसी का विरोध किया था।

फिल्म का उद्देश्य और संदेश

फिल्म का उद्देश्य केवल इमरजेंसी के ऐतिहासिक घटनाओं को चित्रित करना नहीं है, बल्कि उस दौर के पीछे की राजनीति, संघर्ष और सामाजिक प्रभावों को भी सामने लाना है। यह फिल्म एक प्रकार से दर्शकों को उस दौर की कठिनाइयों और चुनौतियों से अवगत कराती है, जब स्वतंत्रता और लोकतंत्र खतरे में थे।

फिल्म EMERGENCY यह संदेश देने का प्रयास करती है कि लोकतंत्र कितना महत्वपूर्ण है और जब भी कोई इसे खतरे में डालता है, तो इसके परिणाम कितने घातक हो सकते हैं। साथ ही, यह फिल्म राजनीतिक सत्ता के दुरुपयोग और व्यक्तिगत अहंकार के परिणामों को भी उजागर करती है।

संगीत और सिनेमैटोग्राफी

फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर उस दौर की गंभीरता को दर्शाने में सफल है। प्रसून जोशी ने फिल्म के गानों और संवादों में अपनी कलम से जान डाल दी है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी को सटीक रूप से उस समय के भारत को चित्रित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

फिल्म में कुछ प्रमुख स्थानों और घटनाओं को बड़े ही सजीव रूप में दर्शाया गया है, जैसे कि प्रेस सेंसरशिप, विरोध प्रदर्शन, और इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल की बैठकें। इन दृश्यों के माध्यम से दर्शकों को उस समय के राजनीतिक माहौल और घटनाओं का अनुभव होता है।

विवाद और चर्चाएं

‘इमरजेंसी’ एक संवेदनशील विषय पर आधारित फिल्म है, इसलिए इसकी चर्चा और विवाद होना स्वाभाविक है। कुछ लोग इस फिल्म को एक पक्षपाती दृष्टिकोण मानते हैं, जो केवल एक ही दृष्टिकोण से इमरजेंसी की कहानी बताती है। वहीं, कुछ लोग इसे भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण समय को समझने का एक तरीका मानते हैं।

फिल्म EMERGENCY की रिलीज से पहले ही इसे लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई थी। फिल्म के ट्रेलर और पोस्टरों ने दर्शकों के बीच उत्सुकता बढ़ाई है। हालांकि, इसके विषय की संवेदनशीलता के कारण इसे सेंसर बोर्ड से भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

EMERGENCY RELEASE DATE

शुरुआत में अक्टूबर-नवंबर 2023 में रिलीज करने की घोषणा की गई थी, फिल्म को 14 जून 2024 को रिलीज करने के लिए फिर से निर्धारित किया गया था| लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इसे फिर से स्थगित कर दिया गया। यह फिल्म अब 6 सितंबर 2024 को रिलीज़ होने वाली है| इस फिल्म का ट्रेलर 14 अगस्त 2024 को ज़ी स्टूडियो में रिलीज़ किया गया है।

निष्कर्ष

‘इमरजेंसी’ (Emergency) एक ऐसी फिल्म है जो भारतीय राजनीति के सबसे विवादास्पद दौर को बड़े पर्दे पर लाती है। यह फिल्म दर्शकों को एक ऐसे समय में ले जाती है जब देश का लोकतंत्र संकट में था और नागरिक स्वतंत्रता सीमित थी। कंगना रनौत के निर्देशन और अभिनय ने इस फिल्म को खास बना दिया है, और यह फिल्म निश्चित रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो भारतीय राजनीति और इतिहास में रुचि रखते हैं। https://FASHIONWALI.IN

यह फिल्म EMERGENCY न केवल मनोरंजन के लिए है, बल्कि यह हमें हमारे लोकतंत्र की ताकत और उसके महत्व को समझने के लिए भी प्रेरित करती है। ‘इमरजेंसी’ एक ऐसा प्रयास है जो इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को समकालीन सिनेमा के माध्यम से जीवंत करता है, और इसे देखना हर भारतीय के लिए एक अनुभव से कम नहीं होगा।

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